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उज्जैन; दंपति ने नीलगंगा थाना प्रभारी पर लगाए मारपीट के आरोप; पीड़ित बोला पिटाई से पत्नी का पैर हुआ फ्रैक्चर!

उज्जैन में एक परिवार ने पुलिस पर पिटाई करने का आरोप लगाया है। पीड़ित ने कहा कि उन्हें लॉकअप में बंद किया गया। साथ ही उनके बेटे और पत्नी के साथ भी मारपीट की गई है। पत्नी के पैर में  फ्रैक्चर हो गया। वहीं टीआई ने किसी भी तरह की मारपीट होने से इनकार किया है।

दरअसल उज्जैन जिले के नीलगंगा थाना क्षेत्र में रहने वाले एक दंपति शुक्रवार रात जिला अस्पताल उपचार के लिए पहुंचे। उन्होंने नीलगंगा थाना प्रभारी पर मारपीट करने के आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि उन्हें लॉकअप में बंद किया गया। साथ ही उनके बेटे के साथ भी मारपीट की गई है।

इतना मारा कि कान से खून निकलने लगा

अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे धर्मेंद्र ने आरोप लगाया कि टीआई विवेक कनोड़िया थाने आए तो हमको पीछे वाले हाल में लेकर गए। वहां मेरी पत्नी और बेटे गौरव को भी बुलाया। वे मुझे अपशब्द कह रहे थे। जिस पर पत्नी ने उन्हें मना किया। इस बात पर उन्होंने मुझे, बेटे और पत्नी की पिटाई कर दी।

धर्मेंद्र ने आरोप लगाया कि फिर थाने का अन्य स्टाफ भी आ गया। उन्होंने भी हम तीनों के साथ मारपीट की। थाने में सीसीटीवी भी लगे हैं। फुटेज निकालकर देख सकते हैं। मुझे इतना मारा कि मेरे कान से खून बहने लगा। बेटे को भी हाथ में लगी है। पत्नी के तो पैर में फ्रैक्चर हो गया।

दरअसल, नीलगंगा क्षेत्र के कवेलू कारखाने में रहने वाले धर्मेंद्र प्रजापति बिल्डिंग मटेरियल सप्लाई का काम करते हैं। धर्मेंद्र का उसके मुनीम विक्की से विवाद है। इसी मामले में धर्मेंद्र प्रजापति, उसकी पत्नी हंसा प्रजापति और बेटे गौरव प्रजापति को पुलिस ने शुक्रवार दोपहर 3 बजे थाने बुलाया गया। बताया जा रहा है कि यहां नीलगंगा थाने के टीआई विवेक कनोडिया ने थाने के पूछताछ वाले रूम में धर्मेंद्र, उसकी पत्नी और बेटे को बुलाकर बात की। इसी दौरान विवाद की स्थिति बन गई।

नीलगंगा थाना प्रभारी का कहना है कि धर्मेन्द्र पर उसके मुनीम ने धमकाने का आरोप लगाया था, इसी कारण उसे बुलाया गया था। धर्मेन्द्र पूरे परिवार के साथ थाने आया और अभद्रता की। थाने में काफी भीड़ जमा हो गई थी। बाहर जाने के लिए कहा गया तो वे हंगामा करने लगे। उन्हें बलपूर्वक बाहर निकाला गया, थाने में अभद्रता और हंगामे की शिकायत दर्ज की गई। दंपति ने बाद में माफीनामा भी लिखकर दिया है। वहीं, प्रजापति दंपति का कहना है कि उनसे जबरदस्ती माफी लिखवाई गई है। उनके वकील के आने पर उन्हें रिहा किया गया है। बताया जा रहा है कि मुनीम दो साल से धर्मेन्द्र प्रजापति के यहां काम कर रहा है और उनके बीच लेन-देन का विवाद चला आ रहा है।