मालवा-निमाड़ अंचल में हुई बरसात के कारण रविवार दोपहर शिप्रा नदी में उफान आ गया। इससे उज्जैन में रामघाट के कई मंदिर सहित छोटा पुल पानी में डूब गया। नदी किनारे खड़ी चार कारें पानी में बह गई, जिन्हें लोगों ने काफी मशक्कत कर बाहर निकाला।
रविवार दोपहर शिप्रा नदी के जल स्तर में अचानक बढ़ोत्तरी होने से लोगों को घाट से भागना पड़ा। दोपहर में तेज धूप भी बारिश का कहीं अता-पता नहीं था। उमस और गर्मी से परेशान यात्री शिप्रा नदी में स्नान का आनंद ले रहे थे। अचानक पानी बहाव के साथ बढ़ने लगा तो नदी से निकल कर घाट की ओर भागे। वहीं, छोटी पुलिया के पास रखे वाहन भी पानी की डूब में आ गए। लोगों ने रस्सी बांधकर घाट किनारे रखी दो कार को पानी से बाहर निकाल लिया।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने बताया कि देवास के ऊपरी हिस्से में तेज बरसात होने से देवास बैराज के गेट शनिवार-रविवार की मध्यरात्रि खोले गए थे। इससे रविवार दोपहर 1.30 बजे शिप्रा उफनी और रामघाट के मंदिर और छोटा पुल डूब गया। अचानक पानी बढ़ते देख घाट पर अफरा-तफरी मच गई।
लोगों ने बताया कि नदी में पानी बढ़ने वाला है इसकी पूर्व सूचना घाट क्षेत्र के लोगों को नहीं दी गई। घाट खाली करने को कोई सायरन भी नहीं बजाया। नतीजतन नदी किनारे रखी चार कार पानी में बह गई। कुछ लोगाें ने काफी मशक्कत कर सभी कार पानी से बाहर निकाली।
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