उज्जैन; आज भगवान महाकाल की बारात निकाली गई, जिसमे भूत-प्रेत, पिशाच, डाकिनी और शाकिनी नाचते-गाते शामिल हुए। बारात में बाबा महाकाल दूल्हे के रूप में पालकी पर बैठे।होली की झलक भी देखने को मिली। रंग-गुलाल की बारिश के बीच डीजे की धुन पर महिलाएं थिरकीं। विवाह समारोह का रिसेप्शन महाकाल मंडपम में हुआ। इसके लिए पूरे शहर को न्योता दिया गया था। करीब 50 हजार लोगों का नगर भोज देर रात तक जारी रहेगा।
दरअसल, 8 मार्च को महाशिवरात्रि के दिन महाकालेश्वर मंदिर में शिव विवाह किया गया था। इस धार्मिक आयोजन के बाद अब उज्जैन के लोगों द्वारा भगवान शिव का विवाह समारोह आयोजित किया जा रहा है। सोमवार शाम को बाबा महाकाल को हल्दी लगाई गई। मेहंदी और महिला संगीत का कार्यक्रम भी हुआ। विवाह पत्रिका में 33 करोड़ देवी-देवताओं को स्वागतातुर और भगवान गणेश, रिद्धि, सिद्धि और शिव परिवार को दर्शनाभिलाषी बनाया गया है।
91 तरह के पकवानों का भोग
महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरुजी ने बताया कि भगवान को 91 प्रकार के पकवानों का भोग लगाया गया। 36 हलवाइयों की टीम ने 13 भटि्टयों की मदद से भोज तैयार किया। नगर भोज के संयोजक पं. रमण त्रिवेदी ने बताया कि यह परंपरा 23 साल पहले 2000 में शुरू की गई थी। यह 24वां साल है। वहीं, महाकाल शयन आरती के संस्थापक अध्यक्ष महेंद्र कटियार ने बताया कि रिसेप्शन के मेन्यू में सब्जी, पूरी, पुलाव, खीर, खोपरापाक के साथ गन्ने का रस, शिकंजी, लस्सी, पानी पुरी और पान शामिल हैं।

More Stories
उज्जैन में लव जिहाद! होटल से हिंदू युवती के साथ पकड़ा गया पश्चिम बंगाल का जमाल
उज्जैन; निगम कर्मचारी ने अभ्रदता की तो धरने पर बैठे पार्षद, जानें क्या है मामला?
उज्जैन में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की मौत; कुत्ते को बचाने में एक्टिवा का संतुलन बिगड़ा, पीछे से आ रही गाड़ी ने मारी टक्कर!