उज्जैन; विक्रम विश्वविद्यालय इस बार 30 मार्च को गुड़ी पड़वा पर दीक्षांत समारोह करने जा रहा है। ये समारोह कई मायनों में खास रहेगा। दरअसल इस समारोह में देश की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु भी शिरकत करेंगी। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव को डी.लिट (D. Litt.) की मानक उपाधि देकर सम्मानित भी करेंगी। राष्ट्रपति मुर्मु के स्वागत के लिए विक्रम विश्व विद्यालय में तैयारी शुरू कर दी गई हैं।
19 सितंबर को राष्ट्रपति ने किए थे महाकाल के दर्शन
बता दें कि इससे पहले 19 सितंबर 2024 को भी राष्ट्रपति उज्जैन पहुंची थीं। यहां वे महाकालेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए आई थीं। तब उन्होंने उज्जैन-इंदौर सिक्स लेन सड़क परियोजना का शिलान्यास भी किया था।
क्या है D. Litt
बता दें कि D. Litt का फुल फॉर्म है- डॉक्टर ऑफ लेटर्स (Doctor Of Letters), ये एक शैक्षणिक उपाधि है। यह एक उच्च डॉक्टरेट है, जिसे विश्वविद्यालय की ओर से किसी व्यक्ति को एक विशेष क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिए दिया जाता है।
किस क्षेत्र में काम करने वाले को दी जाती है D. Litt की उपाधि
1.- D. Litt की मानद उपाधि किसी भी विषय में असाधारण शोध और योगदान के लिए दी जाती है
2.- व्यवसाय, मानविकी, सामाजिक विज्ञान, डिजाइन, रचनात्मक कला और अन्य संबंधित क्षेत्रों में ये उपाधि दी जाती है
3.- साहित्य, शिक्षा, विज्ञान या सामाजिक कार्य में योगदान के लिए डी. लिट की मानद उपाधि दे जाती है
4.- किसी व्यक्ति के शोध कार्य की विशेषता या तथ्यों की खोज या तथ्यों या सिद्धांतों की व्याख्या के प्रति नए दृष्टिकोण या एक नया सिद्धांत/परिकल्पना तैयार करने के लिए भी ये उपाधि दी जाती है
5.- किसी व्यक्ति के काम का व्यापक और स्थायी प्रभाव रहा हो, तो भी डी.लिट की ये उपाधि दी जाती है
6.- किसी व्यक्ति की मूल सोच, आलोचनात्मक जांच और ठोस निर्णय के लिए उसकी क्षमता को दर्शाना हो तो उसे भी डी.लिट की उपाधि देकर सम्मानित किया जाता है।
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