उज्जैन: महाकाल मंदिर में अग्निकांड की घटना से सबक लिया जा रहा है। अब मंदिर की व्यवस्था में कुछ ऐसे बदलाव किये जाएंगे जिससे कि इस प्रकार की घटना की पुनरावृति फिर से ना हो। भक्तों को दर्शन भी सुलभ हो सकें।
अब महाकाल मंदिर के नंदी हॉल, गर्भगृह में अनाधिकृत प्रतिनिधियों के प्रवेश पर रोक लगाने की तैयारी कर ली गई है।
होली पर हुई अग्निकांड की घटना के बाद कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और प्रशासक मृणाल मीना लगातार श्री महाकालेश्वर मंदिर की दर्शन व्यवस्था को लेकर बदलाव करते नजर आ रहे हैं। मंदिर में इस घटना के बाद दर्शन व्यवस्था को लेकर कुछ बदलाव जरूर हुए हैं, जिसमें अनाधिकृत रूप से गर्भगृह और नंदी हॉल में किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। इसके साथ ही भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में सीमित संख्या मे लोग रहें इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। सोर्स बताते हैं कि जिम्मेदार अधिकारियों ने इस बात पर भी ध्यान देना शुरू कर दिया है कि आखिर पूरे माह में किस व्यक्ति ने आखिर कितने लोगों के लिए भस्म आरती की परमिशन करवाई है जिसकी भी लिस्ट तैयार की जा रही है।
महाकालेश्वर प्रबंध समिति के अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह ने बताया कि होली पर्व पर श्री महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में आग की जो घटना घटित हुई वह दुर्भाग्यपूर्ण थी। हम इस मामले में हर बिंदु पर पड़ताल कर रहे हैं। कुछ रिपोर्ट हमारे पास आ चुकी है और आग में झुलसे कुछ लोगों के बयान भी लिए जा चुके हैं, लेकिन हमें इस बारे में अभी कुछ भी कहने के पहले फाइनल रिपोर्ट का इंतजार है। इसके बाद ही हम बता पाएंगे कि आखिर इस अग्निकांड का दोषी कौन है….? आपने बताया कि हम इस अग्निकांड की घटना से सबक ले रहे हैं, हमारा प्रयास है कि हम मंदिर की व्यवस्था में कुछ ऐसे बदलाव करें जिससे कि इस प्रकार की घटना की पुनरावृति फिर से ना हो। महाकालेश्वर मंदिर में यह बदलाव किस तरह से होंगे और कब से होंगे। इस बारे में अभी सिंह ने कुछ नहीं बताया, लेकिन यह संकेत जरूर दिए कि दर्शन व्यवस्था को लेकर जल्द ही बड़े बदलाव जरूर देखने को मिलेंगे।
मीडियाकर्मीयों को फोटो-वीडियो मंदिर समिति देगी-
कलेक्टर ने मीडिया कर्मियों के लिए भी व्यवस्था बनाने के निर्देश प्रशासक मीणा को दिए हैं। कलेक्टर ने बताया कि पर्व के दिनों में गर्भगृह के पास लगने वाले भीड़ वीआईपी के आगमन पर नंदी हाल में कवरेज के दौरान बड़ी संख्या में आने वाली भीड़ को भी कम करने के उपाय किए जा रहे हैं।
अब महाकाल मंदिर फोटोग्राफर ही वीडियो फोटो उपलब्ध करवाएंगे। मीडियाकर्मियों के नंदी हाल और गर्भगृह की देहरी तक जाने की भी रोक लगेगी। कलेक्टर ने प्रशासक मीणा को जल्द ही इस हेतु एसओपी बनाने का आदेश दिया है। अब आने वाले समय एक हॉल को मीडिया के लिए के लिए तैयार करवाकर वही फुटेज और बाइट देने की व्यवस्था की जाएगी।
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