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उज्जैन: महाकाल मंदिर के अन्न क्षेत्र समेत अन्य कार्यों का आज लोकार्पण करेंगे सीएम शिवराज!

उज्जैन: महाकाल मंदिर परिसर का महाकाल लोक आज गुरुवार की शाम फिर दीपों की रोशनी से जगमगा उठेगा। जब सीएम शिवराजसिंह चौहान मंदिर के दूसरे चरण के निर्माण और सौंदर्यीकरण कार्यों का लोकार्पण और आधारशिला रखेंगे।

शिखर दर्शन योजना का शुभारंभ होने से दर्शनार्थी करीब 500 फीट से ज्यादा की दूरी से मंदिर के शिखर का दर्शन कर सकेंगे।महाकाल मंदिर भक्तों के लिए और सुंदर रूप ले रहा है। परिसर में तपोवन में बैठकर पुराने जमाने के जंगल में बैठने का अनुभव कर सकेंगे तो अनुभूति वन में बैठकर अध्यात्म की गहराई में भी उतर सकेंगे। यहां दर्शनार्थियों के बैठने की व्यवस्था भी की गई है। रूद्रसागर के दूसरे छोर से भी महाकाल लोक की अद्भुत छटा और रोशनी से सराबोर शिखर के दर्शन कर सकेंगे। पाथ वे में बैठने के लिए सुंदर गजीबो बनाए गए हैं। यह पाथ वे केवल पैदल घूमने वालों के लिए रहेगा। यहां भक्ति भाव के भजनों का आनंद भी श्रद्धालु ले सकेंगे।

आज होगा लोकार्पण-

सीएम शिवराजसिंह शाम करीब सात से साढ़े सात के बीच उज्जैन आएंगे और नंदीद्वार से लोकार्पण की शुरुआत करेंगे। वे शाम को पहले जबलपुर जाएंगे फिर इंदौर से कार द्वारा उज्जैन के लिए रवाना होंगे। वे शिखर दर्शन योजना, तपोवन, महाराजवाड़ा हेरिटेज गेस्ट हाउस का भी लोकार्पण करेंगे। यूनिटी मॉल के निर्माण कार्य का भूमिपूजन भी करेंगे।

त्रिशूल, डमरू और ओम की आकृति में रोशन होंगे दीप-

परिसर में दीपोत्सव जैसा दृश्य होगा। त्रिशूल, डमरू और ओम की आकृति में दीपों को सजाया गया है। रोशनी से जगमग होने पर ये अद्भुत छटा बिखेरेंगे। सीएम एक कार्ट में बैठकर भी महाकाल लोक का नजारा देखेंगे।

इन प्रोजेक्ट्स का होगा लोकार्पण-

242.35 करोड़ रुपयों के कार्यों का आज लोकार्पण, 44. 32 करोड़ के कार्य पहले चरण के शामिल।

72. 94 करोड़ से नीलकंठ क्षेत्र का विकास।

56.17 करोड़ रु. से शक्तिपथ और अन्नक्षेत्र परिसर का विकास। ठ्ठ57.07 करोड़ रु. से महाराजवाड़ा और छोटा रुद्रसागर का विकास।

47. 83 करोड़ लागत से शिखर दर्शन और आंतरिक परिसर का विकास।

8.35 करोड़ लागत से आईपी आधारित सीसीटीवी निगरानी और एक्सेस नियंत्रण प्रणाली।

पांच स्पॉट पर सीएम का रूट प्लान-

1. नीलकंठ क्षेत्र, नीलकंठ द्वार, नीलकंठ वन, नीलकंठ मार्ग, भूमिगत भूतल पार्किंग, अवंतिका हाट, प्रसादम, शिशु मंदिर मार्ग।

2. महाकाल कंट्रोल रूम: आईपी आधारित सीसीटीवी निगरानी और एक्सेस नियंत्रण प्रणाली।

3. शक्तिपथ और महाकाल अन्नक्षेत्र: श्री महाकालेश्वर अन्नक्षेत्र, शक्तिपथ, त्रिवेणी, चारधाम, हरसिद्धि मार्ग, गंगापथ, नृसिंह घाट से शक्तिपथ

4. रुद्रसागर और महाराजवाड़ा: तपोवन ध्यानकुटी, लैंड स्केप, महाराजवाड़ा हेरिटेज होटल, अनुभूति वन, चिंतन वन, पुष्करिणी, महाकाल मंदिर से चौराहे का विकास।

5. शिखर दर्शन, आपातकालीन प्रवेश द्वार तथा निर्गम मार्ग, कोटितीर्थ और महाकल मंदिर परिसर आंतरिक विकास।