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उज्जैन; टोल टैक्स मांगा तो कर दी मारपीट, गनमैन से बंदूक छीनने की कोशिश!

उज्जैन-नागदा रोड पर ग्राम चकरावदा में बना टोल प्लाजा एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार टोल न देने की बात को लेकर विवाद हुआ है। टोल कर्मचारियों का आरोप है कि एक व्यक्ति के नाम पर धमकाया गया और टोल नहीं दिया। जब विवाद आगे बढ़ा तब गनमैन की बंदूक छीनने की कोशिश की गई। भैरवगढ़ पुलिस मामले की जांच कर रही है।

पुलिस को की गई शिकायत के अनुसार उज्जैन-जावरा स्टेट हाइवे पर मेसर्स टॉप वर्थ टोल वेज (उज्जैन) प्राइवेट लिमिटेड द्वारा ग्राम चकरावदा में टोल प्लाजा का संचालन किया जाता है। कंपनी के मैनेजर सुशील कुमार मेहर और टोल प्लाजा के सहायक मैनेजर आदर्श प्रताप सिंह ने बताया ग्राम चकरावदा स्थित टोल प्लाजा पर 22 जून को शिफ्ट-बी के इंचार्ज के रूप में रोशन कुमार चौधरी, टोल कलेक्टर के रूप में विकास गुप्ता एवं गनमैन बलेंद्र सिंह के साथ मारपीट व गुंडागर्दी की गई। इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक, एमपीआरडीसी एवं भैरवगढ़ थाना पुलिस को की गई है।

टोल प्लाजा के अधिकारियों ने बताया 22 जून की दोपहर 12.22 बजे एक व्यवसायिक श्रेणी का वाहन क्रमांक एमपी 41 जेडजी 1335 टोल पर आया। जिसने हिमांशु चौधरी नाम के व्यक्ति को फोन लगाया जिसके कुछ ही देर में हिमांशु चौधरी अपने साथियों के संग काले रंग की कार क्रमांक एमपी 13 जेडवी 9258 से आया और कार से उतरते ही टोल प्लाजा में मौजूद टोल इंचार्ज, टोल कलेक्टर और गनमैन से अभद्रता कर जान से मारने की धमकी देने लगा। इस दौरान कुछ लोग बाइक से भी आ गए।

हिमांशु और उसके साथियों ने गनमैन से बंदूक छीनने की कोशिश की। हिमांशु ने गनमैन से कहा कि हम लोग तुम्हें तुम्हारी ही बंदूक से गोली मार देंगे। मेरे (हिमांशु चौधरी) नाम से टोल से सभी वाहनों को तुम लोगों को मुफ्त निकालना होगा। यदि भविष्य में तुम लोगों ने मेरे नाम की गाड़ियां रोकीं तो तुम लोगों को जान से मार डालूंगा। इस मामले में टोल प्लाजा प्रबंधन की ओर से भैरवगढ़ पुलिस और मप्र सड़क विकास निगम के अधिकारियों को शिकायत की गई है। भैरवगढ़ पुलिस ने बताया कि टोल कंपनी की ओर से आवेदन प्रस्तुत किया गया है। कंपनी के अधिकारियों को बुलाया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

फ्री में निकालना चाहते थे गाड़ी

चालक खुद को स्थानीय बताकर निकलने की कोशिश कर रहा था। उसे रोककर कहा कि नियम के तहत आपको टोल का भुगतान तो करना ही पड़ेगा, लेकिन वाहन चालक ने हिमांशु चौधरी का नाम लिया और बोला कि उनके (हिमांशु चौधरी) के नाम से टोल पर वाहन फ्री में निकलता है। जब टोल कर्मचारियों ने उस नाम की पड़ताल की तो पाया कि इस नाम का न तो एमपीआरडीसी का कोई अधिकृत व्यक्ति है और न ही कंपनी का कोई पदाधिकारी है। हिमांशु किसी चौधरी ढाबा का संचालक या कर्मचारी है। इसके बाद टोल कर्मचारियों ने वाहन चालक को टोल टैक्स भुगतान करने को कहा।

जांच के बाद होगी FIR

एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि चकरावदा टोल पर हुए विवाद का मामला संज्ञान में आया है। टोल कंपनी की ओर से भैरवगढ़ थाना में शिकायत की गई है। साथ ही थाना प्रभारी को निर्देश दिए गए हैं की मामले की जांच करें। आरोपी जो भी हों, उनके खिलाफ नियमानुसार एफआईआर दर्जं कर कार्रवाई करें।