मध्य प्रदेश में होली का उत्सव धूमधाम से मनाया गया। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार को उज्जैन में साधु-संतों के साथ होली खेली। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद द्वारा बड़नगर रोड स्थित श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा में आयोजित ‘होली के रंग, साधु-संतों के संग’ कार्यक्रम में साधु-संतों के साथ होली मनाते हुए मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि साधु-संतों का स्नेह और आशीर्वाद इस जन्म की सबसे बड़ी उपलब्धि है। हम सौभाग्यशाली हैं कि उज्जैन में परमात्मा ने हमें जन्म दिया।
सीएम मोहन यादव ने कहा कि बाबा श्री महाकालेश्वर की उज्जयिनी नगरी आध्यात्म, भारतीय दर्शन, धर्म, गणित, चिकित्सा, धनुर विद्या और शिक्षा के महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में हमेशा से विख्यात रही है। भगवान श्री कृष्ण ने यहां सांदीपनी गुरु से शिक्षा प्राप्त की और उसी ज्ञान से श्रीमद भागवतगीता का उपदेश विश्व को दिया।
डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को अग्रणी राष्ट्र बनाने की दिशा में किए जा रहे कार्यों की सराहना की और कहा कि अवंतिका नगरी को भारत की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने घोषणा की कि 1 अप्रैल से उज्जैन सहित प्रदेश के अन्य धार्मिक स्थलों में शराबबंदी लागू की जाएगी। साथ ही, गौशालाओं को बढ़ावा देने और दूध उत्पादन पर बोनस देने की योजना की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस पहल से शराब के स्थान पर दूध को प्रोत्साहन मिलेगा।
संतों का आशीर्वाद और समर्थन
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज ने मुख्यमंत्री के इस संकल्प का स्वागत करते हुए कहा कि उज्जैन को संपूर्ण भारत की सांस्कृतिक राजधानी बनाने के लक्ष्य में संत समाज पूरी तरह उनके साथ है।
उत्सव में सम्मिलित प्रमुख संत
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज, महामंडलेश्वर शांतिस्वरूपानंद गिरी महाराज, महामंडलेश्वर सुमन्नानंद गिरी जी महाराज, महामंडलेश्वर श्री प्रेमानंद पुरी जी महाराज, महंत डॉ. रामेश्वर दास महाराज, महंत देवगिरि महाराज, महंत शनि भारती महाराज, महंत सुरेशानंद पुरी महाराज सहित अनेक साधु-संतों का पुष्पवर्षा कर अभिनंदन किया।
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