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जीतू पटवारी के बंगले पर जहर लेकर पहुंचा उज्जैन निवासी युवक!

उज्जैन जिले के एक गांव में दबंगों ने आदिवासी परिवार के मकान पर जबरन कब्जा कर लिया है। कब्जे से परेशान  पीड़ित परिवार बच्चों के साथ न्याय के लिए  जहर की शीशी लेकर शनिवार को सुबह पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के बंगले पहुंच गए। और अपनी परेशानी बताने लगे इसके बाद जीतू पटवारी ने कलेक्टर से बात कर पीड़ित परविार को उचित सहायता का भरोसा दिलाया है। पुलिस ने पीड़ित परिवार का बयान लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

मामला उज्जैन जिले के बामनापाती, तहसील बननेघर का है। पीड़ित निर्भय सिंह अपनी पत्नी और तीन छोटे छोटे बच्चों के साथ पहुंचे थे। जीतू पटवारी ने पीड़ित निर्भय सिंह से जहर की शीशी वापस लेकर उज्जैन कलेक्टर से फोन पर बात की। पटवारी ने पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा दिलाया है। टीटी नगर थाना पुलिस पटवारी के बंगले पहुंची। जीतू पटवारी ने पुलिस को जहर की शीशी दी। पुलिस ने पीड़ित परिवार के बयान दर्ज किया है। पीड़ित परिवार के घर पर कोरोना लॉकडाउन के वक्त दबंगों ने घर कब्जा कर लिया है। पीड़ित आदिवासी परिवार का कहना है सभी जगह न्याय की गुहार लगा चुका है। कहा- न्याय नहीं मिला तो जहर खाकर अपनी जान दे दूंगा। दबंगों के साथ साथ पुलिस पर भी प्रताड़ित करने और झूठा मामला दर्ज करने का आरोप लगाया है।

कलेक्टर से बोला युवक-जेल नहीं जाऊंगा

युवक की बात सुनकर पटवारी ने उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह से उसकी बात कराई और उसकी समस्या का समाधान करने के लिए कहा। इस दौरान उज्जैन कलेक्टर से फोन पर युवक ने कहा कि मैं जेल नहीं जाऊंगा। घर पर कब्जा करने वालों से परेशान होकर जहर खा लूंगा। कलेक्टर ने उसे अपनी समस्या बताने के लिए बुलाया है।

दबंगों को आतंक उज्जैन में सबसे ज्यादा: पटवारी

इस घटना को लेकर पटवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर किए ट्वीट में मुख्यमंत्री को टैग करते हुए लिखा है कि सुनो सरकार! निर्भय सिंह का दर्द बता रहा है कि दबंगों का आतंक मुख्यमंत्री के उज्जैन में सबसे ज्यादा है। हालत यह है कि पीड़ित जहर खाने के लिए मजबूर हो रहे हैं।