महाकाल मंदिर में होली के दिन भस्म आरती के दौरान लगी आग से करीब 15 लोग घायल हो गए थे. जिनमें मंदिर के पुजारी कर्मचारी और सफाईकर्मी शामिल थे. जिनमें से कुछ लोगों की हालत गंभीर होने के कारण इंदौर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तो वहीं एक सेवादार सत्यनारायण सोनी की हालात नाजुक होने के कारण पहले इंदौर और बाद में मुंबई रैफर किया गया था. हादसे के करीब 15 दिन बाद सेवा सत्यनारायण सोनी की आज मौत हो गई है.
बता दें उज्जैन के महाकाल मंदिर में 25 मार्च होली के दिन सुबह भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में गुलाल उड़ाने से आग लग गई थी, जिसमें पुजारी समेत 14 लोग झुलस गए थे. जिनमें घायलों में 9 को इंदौर रेफर किया गया था.
हादसे के बाद पूरे मामले की जांच प्रशासन द्वारा की गई थी, जिसमें पाया गया कि लगने का कारण केमिकल वाला गुलाल था. इसी गुलाल के फेंकने के कारण आग तेजी से भड़क गई थी. जिसके बाद कलेक्टर ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए थे. जांच की जिम्मेदारी अपर कलेक्टर मृणाल मीणा और ADM अनुकूल जैन को सौंपी थी. इसके बाद तय किया गया था कि मंदिर के अंदर अब भक्त गुलाल नहीं ले जा सकेंगे. मंदिर के लिए अलग से गुलाल मंगाई जाएगी. किसी को भी गुलाल अंदर ले जाने की अनुमति नहीं मिलेगी. हादसे के कारण रंगपंचमी के दिन महाकाल मंदिर में केवल एक लोटा केसर का जल चढ़ाया गया था.
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