जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में मचैल मट्टा यात्रा के रास्ते में पड्डेर सब डिवीजन के चिशोती गांव में बादल फटने से भारी तबाही मची है। बादल फटने से चिशोती गांव में अचानक बाढ़ आ गई। कई लोगों के बहने की भी सूचना है। बादल फटने से 46 लोगों की मौत हो गई। राहत और बचाव कार्य जारी है। हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ भी सकती है।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हादसे पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि किश्तवाड़ में बादल फटने से व्यथित हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। सिविल, पुलिस, सेना, NDRF और SDRF अधिकारियों को बचाव एवं राहत अभियान को और तेज़ करने और प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जताया दुख
‘मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने और बाढ़ से प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं। स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। बचाव और राहत कार्य जारी हैं। जरूरतमंदों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।’
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में हुए बादल फटने की घटना को बहुत दुखद जताया। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं अब पहाड़ी इलाकों में आम हो गई हैं। उन्होंने उत्तराखंड और रामबन की पिछली घटनाओं का भी जfक्र किया। फारूक अब्दुल्ला ने आशा जताई कि एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर मौके पर पहुंचकर घायलों को बचाएं और रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाई जाए। उन्होंने मृतकों की संख्या कम होने की उम्मीद जताई और इस कठिन समय में सभी राहतकर्मियों के प्रयासों की सराहना की।
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