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MP; गणेश जी की प्रतिमा नदी की जगह नाले में फेंकी; आक्रोशित हिंदू समाज ने जमकर किया प्रदर्शन, परिषद ने लिया एक्शन, CMO ने मांगी माफी!

मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में लगातार तीसरे दिन सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बनी हुई है। बुधवार को भानपुरा तहसील में गणेश मूर्तियों को नदी की बजाय गंदे नाले में विसर्जित किए जाने को लेकर बवाल हो गया। आक्रोशित लोगों ने नगर बंद कर दिया और जमकर प्रदर्शन किया।

दरअसल, 17 सितंबर को होने वाले गणेश विसर्जन को लेकर नगर परिषद भानपुरा ने एक निर्णय लिया था कि सभी गणेश प्रतिमाओं को एक साथ नगर परिषद द्वारा निर्धारित स्थान पर विसर्जित किया जाएगा, लेकिन नगर परिषद के एक कर्मचारी और ट्रैक्टर चालक संजय पंचोली ने इन प्रतिमाओं को नदी के बजाय एक गंदे नाले में विसर्जित कर दिया। बुधवार को सुबह जब मूर्तियों को लोगों ने गंदे नाले में देखा तो वे आक्रोशित हो गए। इसके बाद गंदे नाले में पड़े मूर्तियों के फोटो और वीडियो वायरल होने लगे। नगर में इस घटना को लेकर तनाव बढ़ गया। हिन्दू संगठनों के आव्हान पर नगर बंद हो गया। रेवा नदी के किनारे भारी भीड़ जुट गई। लोग नारेबाजी करने लगे। लोगों का कहना है कि नगर परिषद के इस कृत्य से उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने नगर परिषद के अधिकारी और दोषी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया। आक्रोशित लोगों ने नगर पालिका अधिकारी को सार्वजनिक रूप से माफी मांगने और दोषी कर्मचारी को बर्खास्त करने की मांग की। आखिरकार, नगर पालिका अधिकारी ने दोषी कर्मचारी को निलंबित कर दिया।

सीएमओ अशफाक खान ने बताया घटना का वीडियो आते ही मैंने मांगीलाल पंचोली ( ड्राइवर) को सस्पेंड कर दिया है। मेरी ड्यूटी सुंनारी घाट पर लगी थी। जहां मूर्ति विसर्जन का कार्य करवाया जा रहा था।

सीएमओ ने वीडियो जारी कर मांगी माफी

सीएमओ अशफाक खान ने इस मामले में वीडियो जारी कर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी है। सीएमओ ने बताया कि जो हिंदू धर्म की भावनाओं को आघात पहुंचा है निकट भविष्य में ऐसी घटना फिर से न हो ऐसा में सभी को विश्वास दिलाता हूं। इस घटना से जिन हिंदू भाइयों को ठेस पहुंची है। इसके लिए मैं क्षमा चाहता हूं।