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टाइगर रिजर्व के नाम से जाना जाएगा माधव नेशनल पार्क – ज्योतिरादित्य सिंधिया

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार को शिवपुरी स्थित माधव नेशनल पार्क पहुंचे। यहां उन्होंने पर्यटकों को दो टाइगर सफारी वाहनों की सौगात दी। साथ ही पर्यटकों के लिए ऑनलाइन बुकिंग की भी शुरुआत भी की।

बता दें कि, सिंधिया ने आज माधव नेशनल पार्क की ऑनलाइन पहली बुकिंग अपने नाम कराई। साथ ही सेलिंग क्लब पर पर्यटकों के लिए सोविनियर शॉप और कैफेटेरिया का उद्घाटन किया। बाद में सिंधिया सफारी वाहन चलाकर जॉर्ज कैसल पहुंचे। यहां उन्होंने जीर्णोद्धार का उद्घाटन किया।

फिर सुनाई देगी बाघों की दहाड़

इस दौरान केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा- सिंधिया स्टेट के जमाने में बाघों के लिए रिजर्व 1860 से स्थापित हुआ था। ग्वालियर स्टेट में मुख्य रूप से कूनों और शिवपुरी था। चुकी शिवपुरी सिंधिया स्टेट की ग्रीष्म कालीन राजधानी रही हैं] साथ ही बाघों की संख्या दूसरे स्टेट की तुलना में ग्वालियर स्टेट में ज्यादा होती थी।

आजादी के बाद मेरे आजोबा जीवाजी महाराज ने माधव महाराज के नाम से माधव नेशनल पार्क स्थापित किया। पिता जी ने माधव नेशनल पार्क में 12 से 14 बाघ लाकर एक छोटी सफारी की शुरुआत की थी। लेकिन, किसी वजह से बाघों की संख्या घटकर शून्य हो गई थी। लेकिन, अब फिर एक बार फिर से यहां बाघों की दहाड़ गुंजेगी।

माधव नेशनल टाइगर रिजर्व के नाम से जाना जाएगा

उन्होंने कहा- यहां बाघों की पुनः बसाहट के लिए वह लंबे समय से प्रयासरत थे। आज उनके सहयोग से अब माधव नेशनल पार्क माधव नेशनल पार्क नहीं रहा बल्कि माधव नेशनल टाइगर रिजर्व बन चुका हैं। इसके लिए नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी ने स्वीकृति दे दी हैं। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और वर्तमान मुख्यमंत्री मोहन यादव का बहुत सहयोग रहा।

यहां पिछले साल 10 मार्च को एक नर और दो मादा बाघ को छोड़ा गया था। लेकिन, अब माधव नेशनल पार्क में बाघों की संख्या बढ़ गई हैं। अब अप्रैल माह से पहले दो टाइगर लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिन्हें सेलिंग क्लब जॉन में छोड़ा जाएगा।